मंगळवार, ३ सप्टेंबर, २०१९

मैं किस्सों में बसता हूँ




उलझा उलझा रहता हूँ 
अफवाओं में घुलता हूँ।   

और उछालो जी भर के  
कीचड़ में ही खिलता हूँ।  

आँख कहाँ लगने वाली  
मैं सपनों से डरता हूँ। 

मौत नहीं छू पाएगी   
मैं किस्सों में बसता हूँ। .. 

हमप्यालों से क्या लेना
मैं साकी पे मरता  हूँ।     ..

एक ख़बर ऐसी भी है 
मैं ख़बरों में रहता हूँ।  

देखा उनका नंगापन 
कपडे मैं ही सिलता हूँ।  

उम्मीदों का मालपुआ 
रोज सवेरे तलता हूँ।  

सुनने वाला कोई नहीं        
खुद अपने को छलता हूँ।  

इस महफ़िल में नूर कहाँ   
आतिशीं को तरसता हूँ।  

- श्रीधर जहागिरदार 
१-९-२०१९

मंगळवार, ३० जुलै, २०१९

ओंजळीने पीत आहे



कोण म्हणते भीत आहे 
फक्त म्हटले रीत आहे 

सर्प वेढे केतकीला
जीवघेणी प्रीत आहे 

मोजतो आभाळ उंची
मोजणीला वीत आहे

दाखवा शाळा सुखाची
शोधतो कितवीत आहे
(कां असे दुसरीत आहे?)

राहिला व्याकूळ प्याला 
ओंजळीने पीत आहे 
मर्कटांची नाच गाणी 
श्री पुन्हा गिरवीत आहे 

- श्रीधर जहागिरदार 
३० जुलै २०१९

सोमवार, १ जुलै, २०१९

तुम ख़ुदकुशी कर नहीं सकती


तुम बेचैन हो सकती हो
बौख़ला नहीं सकती
तुम लड़खड़ा सकती हो
स्वयं गिर नहीं सकती। ..
तुम नाराज़ हो सकती हो
गुस्सा कर नहीं सकती
किसी कोने में दुबक सकती हो
दहलीज़ लाँघ नहीं सकती
रहस्यों की गुत्थी सहेज सकती हो
सहज उजागर कर नहीं सकती
हाँ, तुम कविता हो सकती हो
नही, कहानी हो नहीं सकती
हत्या हो सकती है तुम्हारी
तुम ख़ुदकुशी कर नहीं सकती
- श्रीधर जहागिरदार

शनिवार, ८ जून, २०१९

मौसम आया है



ज़ख्म हरे करने का मौसम आया है 
वहम को सच कहने का मौसम आया है। .. 

दुवा ही दुवा अबतक देता रहा हूँ  मैं 
दिलों में दर्द पिरोने का मौसम आया है  

इत्र फूलों का मिज़ाज बयाँ करता रहा 
फ़क्र रंगों पर करने का मौसम आया है 

पकड़ ऊँगली चलाया पढ़ाया लिखाया    
उसी पे ऊँगली उठाने का मौसम आया है  

निहत्थे मारे गये सियासत के हर दौर में   
नाज़ कातिलों पे जताने का मौसम आया है 

- श्रीधर जहागिरदार

सोमवार, १८ मार्च, २०१९

खजील




रंगण्या रंगात साऱ्या मोकळा तू हो मना
तेच तुला रंगतील भावतोस ज्यांच्या मना …
आणले कोणी दिलासे गर्द हिरवे जाण रे
घे जरा उधळून त्यांना टवटवेल प्राण रे... 
पांघरून घे जरा तो निळा घन सावळा
हुंगून घे अथांगता, श्वास होइल मोकळा ...
कोरडा फिरशील तू आजच्या दिवशी असा
होऊनी खजिल खचित तोंड फिरविल आरसा

- - श्रीधर जहागिरदार